Dil se...>>
जो कुछ मिला है अबतक मंजूर जिन्दगी आती है कभी पास कभी दूर जिन्दगी रोते हैं लोग कितने कोशिश किए बिना मानो यकीन उनकी नासूर जिन्दगी लगता है कुछ की खातिर अभिमान जिन्दगी देते हैं कुछ तो मुफ्त में ही जान जिन्दगी जीवन के फलसफे से है सीखना जिसे उसके लिए तो सचमुच अभियान ज़िन्दगी कर लो विचार गौर से है जोश जिन्दगी लेकिन कई तो जीते बेहोश जिन्दगी लेखन तभी सफल जो बेहोश जग सकें जी ले सम्भल के यारों है होश जिन्दगी है आसमाँ खुला और संसार जिन्दगी फिर भी कई क्यों जीते लाचार जिन्दगी दहशत कहीं पे यारों नफरत के बीज भी लेकिन "सोनू" की खातिर है प्यार जिन्दगी