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Rishte. .

Rishte nibhana Itna aasan baat nahi hai "Garv"... Apna dil dukhana parta hai dusre ki khushi ke liye. .

Being a women..

कभी कभी लगता है, औरत होना एक सजा है... ना पढ़े तो अनपढ़, जाहिल... पढ़ ले तो पढ़ाई का घमंड है... शादी ना करे तो बदचलन नकचढ़ी है ... कर ले तो अब आया ऊँट पहाड़ के नीचे... सबसे मिल कर रहे तो चालाक , मिल कर ना रहे तो घमंडी... पढ़ लिख कर घर रहे तो क्यों इतने साल और पैसे खोए... नौकरी करे, तो पर निकल आए नौकरी का घमंड है... सहकर्मियों से बात करे तो चलता पुर्जा... ना करे तो छोटी सोच वाली... बड़ा लंबा चिठ्ठा है साहब, क्या क्या कहें? अच्छा है कि चुप रहें.

Jahar kya hai?

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अर्जून ने कृष्ण से पुछा..   ज़हर क्या है"..? कृष्ण ने बहुत सुन्दर जबाब दिया... हर वो चीज़ जो ज़िन्दगी में आवश्यकता से अधिक होती है   वही ज़हर है.. फ़िर चाहे वो ताक़त हो, धन हो, भूख हो, लालच हो, अभिमान हो, आलस हो, महत्वकाँक्षा हो, प्रेम हो या घृणा.. आवश्यकता से अधिक "ज़हर" ही है..

Pati+patni

*COUPLE'S * Always *Respect*, *Care n Love* This *Relationship* this is a *Beautiful Gift* Given By *God*           *पति-पत्नी...* एक बनाया गया *रिश्ता*, पहले कभी एक दूसरे को *देखा* भी नहीं था, अब सारी *जिंदगी* एक दूसरे के साथ, पहले *अपरिचित*, फिर धीरे धीरे होता *परिचय*,धीरे-धीरे होने वाला *स्पर्श*, फिर *नोकझोंक*... *झगड़े*, बोलचाल *बंद*, कभी *जिद*, कभी *अहम का भाव*.......... फिर धीरे धीरे बनती जाती *प्रेम पुष्पों* की *माला* , फिर *एकजीवता*, *तृप्तता*, वैवाहिक जीवन को *परिपक्व* होने में *समय* लगता है धीरे धीरे जीवन में *स्वाद और मिठास* आती है, ठीक वैसे ही जैसे *अचार* जैसे जैसे *पुराना* होता जाता है, उसका *स्वाद* बढ़ता जाता है....... *पति पत्नी* एक दूसरे को अच्छी प्रकार *जानने समझने* लगते हैं, *वृक्ष* बढ़ता जाता है, * *बेलें फूटती* जातीं हैं, *फूल*आते हैं, *फल* आते हैं,  रिश्ता और *मजबूत* होता जाता है, धीरे-धीरे बिना एक दूसरे के *अच्छा* ही नहीं लगता, *उम्र* बढ़ती  जाती है, दोनों एक दूसरे पर अधिक *आश्रित* होते जाते हैं, एक दूसरे के बगैर *खालीपन* महसूस होने लगता है, फिर धीरे-धीर

Surveshu Matu+pitu

*अपने माता पिता का सम्मान करने के 35 तरीके* 1. उनकी उपस्थिति में अपने फोन को दूर रखो. 2. वे क्या कह रहे हैं इस पर ध्यान दो. 3. उनकी राय स्वीकारें. 4. उनकी बातचीत में सम्मिलित हों. 5. उन्हें सम्मान के साथ देखें. 6. हमेशा उनकी प्रशंसा करें. 7. उनको अच्छा समाचार जरूर बताएँ. 8. उनके साथ बुरा समाचार साझा करने से बचें. 9. उनके दोस्तों और प्रियजनों से अच्छी तरह से बोलें. 10. उनके द्वारा किये गए अच्छे काम सदैव याद रखें. 11. वे यदि एक ही कहानी दोहरायें तो भी ऐसे सुनें जैसे पहली बार सुन रहे हो. 12. अतीत की दर्दनाक यादों को मत दोहरायें. 13. उनकी उपस्थिति में कानाफ़ूसी न करें. 14. उनके साथ तमीज़ से बैठें. 15. उनके विचारों को न तो घटिया बताये न ही उनकी आलोचना करें. 16. उनकी बात काटने से बचें. 17. उनकी उम्र का सम्मान करें. 18. उनके आसपास उनके पोते/पोतियों को अनुशासित करने अथवा मारने से बचें. 19. उनकी सलाह और निर्देश स्वीकारें. 20. उनका नेतृत्व स्वीकार करें. 21. उनके साथ ऊँची आवाज़ में बात न करें. 22. उनके आगे अथवा सामने से न चलें. 23. उनसे पहले खाने से बचें. 24. उन्हें घूरे

Childhood v/s young

जब छोटे थे तो सोने के लिए रोने का नाटक करते थे.... और आज बडे हो गए है तो चुपके से रोने के लिए सोने का नाटक करते हैं...