dil se..>>



यही सोचा है अब हमने मुहब्बत छोड़ देंगे हम
कि उसकी बेवफाई की शिकायत छोड़ देंगे हम
मिले जो प्यार से हमको वो काफी एक क़तरा है
बढ़ा दे फासले दिल में वसीयत छोड़ देंगे हम
उजाले देने आएंगे गवाही मेरे सजदों की
अगर ऐसा न हो पाया इबादत छोड़ देंगे हम
बढ़ाई बात जो तुमने बिना ही बात तो सुन लो
अभी तक कर रहे थे जो मुरव्वत छोड़ देंगे हम
सुना है आजकल नज़दीकियां भातीं नहीं मेरी
नहीं कुछ रंज लाना तुम ये कुर्बत छोड़ देंगे हम
जहां माँ मेरी रहती है सभी खुशियां वहां रहतीं
पड़े माँ के बिना रहना तो जन्नत छोड़ देंगे हम
ज़माने को मेरा हंसना कभी भाया नहीं लेकिन
ज़माने के लिए क्या अपनी आदत छोड़ देंगे हम
यहाँ मतलब से ही सारे खुदा को याद करते हैं
यही सब देख कर सोचा अकीदत छोड़ देंगे हम
जहां मुंसिफ अमीरों के सभी आदिल अमीरों के
किसी ऐसी अदालत की वकालत छोड़ देंगे हम
ये माना वहशतें अक्सर ही हमसे जीत जाती हैं
मगर डर से क्या बेटी की हिफाज़त छोड़ देंगे हम
सफर है हादसों का हादसे होते ही रहते हैं
मगर तुम सोचना भी मत कि हिजरत छोड़ देंगे हम

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