Dil se..>>



ताजमहल की बात करो न हमसे तुम !
ये घर भी तुमसे , ताज़ दिखाई देता है .....
हमने तारे गिन - गिन , रातें काटी हैं !
चाँद सा चेहरा , आज दिखाई देता है .....

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