Dil se...>>



थोड़ा सा बता के कहता हूँ , थोड़ा सा छुपा के कहता हूँ।।
ज़िन्दगी में गम दिए हैं बहुत , ये बात मुस्कुरा के कहता हूँ।।
रहनुमाओ ने भी रस्ते गलत बता दिए , जो अपने थे ज़िन्दगी में उन्ही ने सता दिए।
बिस्तर में थे जब था कोई ना आया , हम जब बिस्तर से उठे तो लाख दुआ दिए।।
माँ ने कहा कुछ करना ज़रूरी हैं , बुज़ुर्गो ने कहा डरना ज़रूरी हैं।।
पर ईमानदारी की बातो में हमने सब भुला दिए।।
गुमनाम हमको कर वो चले गए बिना पता दिए।।
इसलिए कुछ बता दिए और कुछ छुपा लिए।।।।

Comments

Popular posts from this blog

Dil se..>>

Dil se...>>

Childhood v/s young