Khatti-mithi
Gaurav kumar: ख्वाहिशो से नहीं गिरते महज फूल झोली में.... कर्म की शाखा को हिलाना होगा। न होगा कुछ कोसने से अंधेरो को अपने हिस्से का दिया खुद जलाना होगा।" Gaurav kumar: हजारो दुआओ में मांग कर भी वो मेरी न हो सकी . . एक खुशनसीब ने बिना मांगे उसे अपना बना लिया ... Gaurav kumar: वो कौन सा दिन था जब तुम मिले थे… मौसम खुशनुमा था और गुल खिले थे… आज ना ही तुम हो और न ही वो मौसम… क्या जरूरत थी तुम्हे मिलने की… हम तो पहले ही भले थे!!! Gaurav kumar: कसम से उस दिन बड़े होने की feeling हुई थी । . . जब नाई ने बाल काटने के लिए कुर्सी पे पहली बार लकड़ी का पाटिया नही लगाया । Gaurav kumar: मंजीले मुश्किलथी पर हम खोये नहीं… दर्द था दिल में पर हम रोये नहीं… कोई नहीं आज हमारा जो पूछे हमसे… जाग रहे हो किसी के लिए..या किसी के लिये सोये नहीं… Gaurav kumar: Raat का मतलब क्या होता है ? R – रौशनी का गुम हो जाना , A – अँधेरा बहुत हो जाना , A – आँखों का बंद हो जाना , T – तकिये पे सिर रख लेना , फिर चुप चाप सो जाना . Gaurav kumar: करो कुछ ऐसा दोस्ती में की ‘Thanks & Sorry’ wo