Khatti+mithi

Gaurav kumar:
जब_ उसने_ मुझसे_ कहा_ तुम्हारे_ ये धर्म _ अच्छे_ नहीं....
तब_ हम_ थोडा_ मुस्कुराये_ और_ कहा_ की....
पगली_ तेरी_ इतनी_ तो "औकात " नहीं_ की_....
तु_ मेरे धर्म हिंदुत्व _की_औकात " बता_ सके_।
♡♡ दिल तुझे दीया है - लेकिन '" जान '". आज
भी '"🇮🇳○धर्म के लिए ही है🔔
जै हिन्दुत्व जै श्री राम🔔

Gaurav kumar:
ना बंदिशों में है, न मकानों में है ...
मेरा अंजाम बस आज़ाद पनाहों में है ...
दिल आँसू भी बहाए तो कोई बात नहीं...
हँसी तो बेवफाओं के गुनाहों में है .....
जो सुन ना सकी मेरी खामोश सदा....
वो नाजनीन मेरे दिल की दरगाहों में है ...
हम तो मुफ़लिस ही रहे ....
मुसलसल दोजख तो आज भी सैरगाहों में है

Gaurav kumar:
ना होठ खुलते हैं, ना जाम मिलते हैं ....
इश्क के मयखाने में यही दास्तान मिलते हैं....
उन शाखों पे दिल ने आशियाँ बनाया जिनपे ....
तिनकों के न कोई मकाँ मिलते हैं .....
मैं चल पड़ा हूँ पगडंडियों पे अकेले जहा..
ँ ये जमीं न आसमान मिलते हैं ....
इस शहर में दिल का जीना बड़ा मुश्किल... यहाँ जख्म देनेवाले सरेआम मिलते हैं...

Gaurav kumar:
बड़ी हसरत है कि पूरा एक दिन ..एक बार मैं अपने लिए रख लूं...
तुम्हारे साथ पूरा एक दिन..बस खर्च करने की तमन्ना है...

Gaurav kumar:
जब भी जाऊंगा अपनी तलब छोड के जाऊंगा.खामोश जिंदगियो मे खनक छोड के जाऊंगा.जो आज नफरत करते है मेरे साये से भी..उनकी आंखो मे आंसूओ की चमक छोड के जाऊंगा...

Gaurav kumar:
आज बिछड़े हैं, कल का डर भी नहीं ।
जिन्दगी इतनी मुख़्तसर भी नहीं ।

जख्म दिखते नहीं अभी लेकिन ,
ठंडे होंगे तो दर्द निकलेगा ।
तैश उतरेगा वक्त का जब भी ,
चेहरा अन्दर से जर्द निकलेगा ।

कहनेवालों का कुछ नहीं जाता ,
सहने वाले कमाल करते हैं ।
कौन ढूंढें जवाब दर्दों के ,
लोग तो बस सवाल करते हैं...

Gaurav kumar:
👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻
ऐ दोस्त बांध ले कफन मे

बिस्की की बोतल,

कब्र मेँ बैठकर पीया करेगे,

इन लङकियो से तो मिली बेवफाई,

अब भूतनियो से सेंटिग किया करेंगे....

😳😳😛😛😛😛

Gaurav kumar:
संता नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गया।

मैनेजर- आपको कितने सालों का तजुर्बा है।

संता- माफ कीजिएगा सर, सालों का तो नहीं लेकिन तीन सालियों का तजुर्बा जरूर है।

Gaurav kumar:
अरज किया है........ बेझिझक मुस्कुराओ जो भी गम है, .......जिंदगी में टेंशन किसको कम है........, अच्छा या बुरा तो केवल भ्रम है......, जिंदगी का नाम ही कभी ख़ुशी कभी गम है।💏💏💏❤

Gaurav kumar: :
वो कौन है जो अब तलक मेरी नजर में है ।
ये जिस्म तो क्या रूह तक उसके असर में है ।।
जब जब निगाहों से वार होता है..
घायल को गुनेहगार से ही प्यार होता है...!!👆👆👆🙏

Gaurav kumar:
कैसे समझेगा तू मेरी दिक्कत ;
मेरी मुसीबतें........?
तू ही जो है इन हालात का जिम्मेदार.........!👆👆

Gaurav kumar:
कैसे समझेगा तू मेरी दिक्कत ; मेरी मुसीबतें........?
तू ही जो है इन हालात का जिम्मेदार.........!👆👆👆

Gaurav kumar:
दिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो, इंतजार
उसका ...जिसको अहसास तक नहीं ..💔

Gaurav kumar:
ढाई अक्षर कहने में कितनी तकलीफ उठा रखी है
तुमने आँखों में छुपा रखी है हमने होंठो में दबा रखी है

Gaurav kumar:
# पगली_हमारी # Story_कोई# Aashiqui2_कि_नही_है_
जो_हम_अकेले_मर_जायेगे_
हमारी# Story_तो# Ishaqzaade_जेसी_है_
जियेगे_भी_तtere_साथ_और_मरेगे_भी_तेरे_साथ👆👆👫🔫

Gaurav kumar:
हम गए थे उनके घर REDROSES ले कर..
ये कहने की.."तूँ आपन दिल हमरा के देबु का..
"उनकी मम्मी ने खोला दरवाजा, 😾हम घबरा के बोले, ए चाची !!!"2 रुपया में गुलाब लेबु का "

Gaurav kumar:
हम तुम्हें कैसे जाने दें अपनी जिंदगी से यूं ही,
कोशिश तो आखिरी सभी करते हैं, चन्द जिंदा साँसों के लिए..

Gaurav kumar:
कभी रजामंदी तो कभी बगावत है इश्क,
मोहब्बत राधा की है तो मीरा की इबादत है इश्क..

Gaurav kumar:
"विश्वास करने वाले से ज्यादा बेवकूफ,
विश्वास तोड़ने वाला होता है...
क्यूंकि-वो सिर्फ एक छोटे से 'स्वार्थ' के कारण...
एक अच्छे इंसान को 'खो' देता है !!

Gaurav kumar:
ऐ ज़माना ज़रा पेश हम से ढंग से आए,
हम हम है ज़माने को कोई ये तो बताए।

Gaurav kumar:
कितना अजीब अपनी जिंदगी का सफर निकला....
सारे जहां का दर्द अपना मुकद्दर निकला..
जिसके नाम अपनी जिंदगी का हर लम्हा
कर दिया..
अफसोस वही हमारी चाहत से बेखबर
निकला ..

Gaurav kumar:
Ye mana ki mohobbat karna h jurm magar,
ye jaruri yaaron baar karte hain hum.
wo bewfaa hain sangdil hain jaante hain magar,
unper yaaron aaj v aitbaar karte hain hum......

Gaurav kumar:
"रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ा हूँ,
ऐ मुश्किलो देखो मैं तुम से कितना बड़ा हू

Gaurav kumar:
Parwane Ko Shamma Pe Jal Ke Kuch To Milta Hoga..
Sirf Marne Ki Khatir To Koi Mohabbat Nahi Karta..!

Gaurav kumar:
मेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊँगी
मैं,,,
तेरा वादा तो नहीं हूँ जो कि बदल
जाऊँगी मैं...
मुझको ना समझाओ मेरी जिंदगी के
उसूल....
एक दिन खुद ही ठोकर खा के संभल
जाऊँगी मै...

Gaurav kumar:
बहुत मुश्किल हो गया है खुदको संभाल
रखना,
मगर वह कह गया है अपना ख़याल रखना..

Gaurav kumar:
सँभाल कर रखिए, जरा अपने दिल को.... जनाब ये टूटते ही नहीं, चोरी
भी बहुत होते हैं..!!

Gaurav kumar:
एक अरसे से थमी रुकी सी
हूँ तुम्हारे इंतज़ार में,
शायद किसी रोज़ महसूस कर पाऊँ तुम्हें अपने करार में......

Gaurav kumar:
Ladkhdayi Budhiya Ko Uthane Bazar Me Koi Na Jhuka,
Gori Ka Jhumka Kya Gira Bazar Ghutno Per Aa Gaya..!!

Gaurav kumar: अफ़सोस होता है उस पल....
जब अपनी पसंद कोई ओर चुरा लेता
है....
ख्वाब हम देखते है...
और हक़ीक़त कोई और बना लेता है...

Gaurav kumar:
गुफ्तगू करते रहा कीजिये यही
इंसानी फितरत है,
सुना है, बंद मकानों में अक्सर जाले लग जाते हैं...
ह कोई जो गुप्तगु करे इस जालो क हटाने में ।।

Gaurav kumar:
Zindgi Ka Tajurba To Nahi Per Itna Malum Hai-
Chota Aadmi Bade Mouke Pe Kaam Aa Jaata Hai .........
Aur Bada Aadmi Choti Si Baat Per Aukaat Dikha Jaata Hai..!!

Gaurav kumar:
Wo Ram Ka Prasad Bhi Khata Hai,
Wo Raheem Ki Kheer Bhi Peeta Hai,
Wo Bhukha Hai Sahib,
Use Majhab Kaha Samjh Aata Hai..!!

Gaurav kumar:
Girna Bhi Achha Hai Aukaat Ka Pata Chalta Hai,
Badhte Jab Haath Uthane Ko,
Apno Ka Pata Chalta Hai..!!

Gaurav kumar:
Aaj Kal Log Samjhte " Kam " Aur Samjhate " Jayada " Hai,.......
Tabhi To Mamle Suljhte " Kam " Ulaghte " Jayada " Hai.....

Gaurav kumar:
याद करो वो " चन्दा मामा " वो " चम्पक " वो " नन्दन "
" चाचा चौधरी " की मूँछो के ,
झूले मेंझूलता बचपन ।
याद आया कुछ।।

Gaurav kumar:
तू जिंदगी को जी, उसे समझने की कोशिश न कर..
सुन्दर सपनो के ताने बाने बुन..
उसमे उलझने की कोशिश न कर..
चलते वक़्त के साथ तू भी चल,
उसमे सिमटने की कोशिश न कर..
अपने हाथो को फैला, खुल कर साँस ले.. अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर..
मन में चल रहे युद्ध को विराम दे, खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश न कर..
कुछ बाते भगवान् पर छोड़ दे,
सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर..
जो मिल गया उसी में खुश रह,
जो सकूनछीन ले वो पाने की कोशिश न कर..

Gaurav kumar:
ये जो "छोटू" होते हैं न ?
जो चाय दुकानो या होटलों
वगैरह में काम करते हैं ---
वास्तव में ये अपने घर के
"बड़े" होते हैं --

Gaurav kumar:
इंसान कितना भी गोरा क्यो न हो...
उसकी एक चीज
हमेशा काली रहती है....
..
..
..
..
..
😛😛😛
.........परछाई .......
😜😜😜😜😜😜😜
...........बाकी तेरी सोच भी ठीक है

Gaurav kumar:
"मत रख हमसे वफा की उम्मीद,
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने हर चोट दिल पे खायी है।"गुङ नाईट👆👆💔

Gaurav kumar:
दिखावा मत कर शहर में ' शरीफ ' होने का..
लोग 'खामोश' तो है, पर 'ना -समज' नहीं..!!

Gaurav kumar:
हमारा ग्रुप बहुत सुंदर है
       इसे और सुंदर बनाओ।
मन ऐसा रखो कि
        किसी को बुरा न लगे।
दिल ऐसा रखो कि
       किसी को दुःखी न करें।
रिश्ता ऐसा रखो कि
       उसका अंत न हो👍

Gaurav kumar:
इमानदारी कि चादर ओदि हे पर जिस दिन दिमाग सटका ना , इतिहास तो इतिहास , भूगोल भी बदल दें !!!...

Gaurav kumar: :
इतने जख्म थे दिल पे मेरे कि हकीम भी बोल पड़ा ।
"ईलाज से अच्छा है कि तू मर ही जा ।👆👆👆😔

Gaurav kumar:
"उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,
"नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है,"
अपनी हँसी को होंटो से न जाने
देना!"
क्योंकि आपकी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया पड़ी है.

Gaurav kumar:
कभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखी, हमने अक्सर मजबूरी और बेकसी देखी.. उनकी नाराज़गी को हम क्या समझें, हमने तो खुद अपनी तकदीर की बेबसी देखी..

Gaurav kumar:
आज थोडे व्यस्त हैं हम, आपकीयादों के साथ,इसलिए कुछ नया लिख नहींपाएँगें..

Gaurav kumar:
गमों की मुझ पर कुछ ऐसी नजर हो गई, जब भी हम हँसे ये आँखे नम हो गई,
हम रोऐ भी तो वो जान ना सके..
और वो उदास भी हुऐ तो हमें खबर हो गई..

Gaurav kumar:
"उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,
"नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है,"
अपनी हँसी को होंटो से न जाने देना!"
क्योंकि आपकी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया पड़ी है...!!

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