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Showing posts from September, 2015

Khatti+mithi

Gaurav kumar: दिल में रहने की इजाजत नहीं मांगी जाती, ये तो वो जगह हैं, जहाँ कब्जा किया जाता हैं.... Gaurav kumar: उसने मस्जिद के सामने घर क्या खरीदा, एक पल में सारा शहर नमाज़ी हो गया .... Gaurav kumar: एक काम की बात चलो सबको बताते है, दुश्मन होते नही है हम खुद ही बनाते है... Gaurav kumar: उसने हर नशा लाकर सामने रख दिया ...और कहा, सबसे बुरी लत कोैनसी है मैंने कहा .... तेरे प्यार की... Gaurav kumar:  ये मेरी मोहब्बत थी की दिवानगी की इंतेहा.. तेरे सामने ही बैठा रहा तेरे ही खयालों मे Gaurav kumar: दीवाने लोग मेरे दीवाने हो रहे हैं, तुम मेरी शायरी में वो असर छोड़ गई ह Gaurav kumar: तुझे क्या देखा,खुद को भूल गए हम इस क़दर, कि अपने ही घर आये,औरों से पता पूछकर.... Gaurav kumar: कसी  ने क्या खूब कहा है अकड़ तो सब में होती है , झुकता वही है जिसे किसी की फिकर होती है ! Gaurav kumar: ना में तुम्हे खोना चाहता हूँ ना तेरी याद में रोना चाहता हूँ जब तक ज़िन्दगी है मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगा बस यही बात तुमसे कहना चाहता हूँ Gaurav kumar: फ़ोकट का ज्ञान .....        जब फोन क

Khatti+mithi

Gaurav kumar: क्यों मरते हो बेवफा सनम के लिए…. एक कद जगह भी नहीं मिलेंगे दफ़न के लिए… मरना है तो हिन्द ये वतन के लिए मरो हसीना भी दुपट्टा उतार देगी तुम्हारे कफ़न के लिए ….. Gaurav kumar: उनका भी कभी हम दीदार करते है उनसे भी कभी हम प्यार करते है क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है ! Gaurav kumar: पेन्सिल-रबर भी तोड़ कर  तुझसे बांटे हैं ऐ दोस्त... अब थोड़ा-सा वक़्त बांटना भी  तुझे फिजूल लगता है...!!! Gaurav kumar: टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता ये बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता के टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता …….. Gaurav kumar: वो कहते हैं शराब धीरे-धीरे जान लेती है। वैसे फर्क किसे पड़ता है, मरने की जल्दी भी किसे है। Gaurav kumar: किसी की पूरी तो...किसी की अधूरी... पर सब की कोइना कोई कहानी जरुर होती है ... Gaurav kumar: तूँ उनके वादे का जिक्र उनसे ना कर ग़ालिब , यह क्या,कि तुम कहो,और वो कहेँ , कि याद नहीँ Gaurav kumar: मौत से इसलिए भी डरता हूँ कि उस ऊपरवाले को क्या मुँह दिखाऊंगा.

Khatti+mithi

Gaurav kumar: ज़न्दगी के लिए एक बेहतरीन सोच- हर एक की सुनो… ओर हर एक से सीखो… क्योंकि,,हर कोई सब कुछ नही जानता,, लेकिन…हर एक कुछ ना कुछ ज़रुर जानता है.. Gaurav kumar: तुम मुझ पर लगाओ मैं तुम पर लगाता हूँ.. ये ज़ख्म मरहम से नही इल्ज़ामों से भर जायेंगे.. Gaurav kumar: bachpanकी आदतें भी तो, जल्दी नहीं जातीं. अब भी वो मचल जाते हैं कि हम खेलेंगे तेरे दिल से.. Gaurav kumar: भले जुबान अलग पर जज्बात तो एक है, उसे खुदा कहूँ या भगवान बात तो एक है… Gaurav kumar: कागज़ के नोटों से आखिर किस किस को खरीदोगे... किस्मत परखने के लिए यहाँ आज भी, सिक्का हीं उछाला जाता है Gaurav kumar: सिखा ना सकी जो उम्र भर तमाम किताबें मुझे, फिर करीब से कुछ चेहरे पढ़े और ना जाने कितने सबक सीख लिए। Gaurav kumar: खुद की तरक्की में इतना समय लगा दो की किसी ओर की बुराई का वक्त ही ना मिले...... "क्यों घबराते हो दुख होने से, जीवन का प्रारंभ ही हुआ है रोने से.. नफरतों के बाजार में जीने का अलग ही मजा है... लोग "रूलाना" नहीं छोडते... और हम "हसना" नहीं छोडते... Gaurav kumar

Khatti+mithi

Gaurav kumar: Din Me Deepak Jalane Se Kya Hoga! Raakh Me Aag Lagane Se Kya Hoga! Jab Aapko Aati Hi Nahi Hamari Yaad! Toh Phir Yaad Dilane Se Kya Hoga? Gaurav kumar: वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही, वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें वो यादें क्या जिसमे तुम नही, और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही..!! Gaurav kumar: मेरी "फितरत" मे नही है किसी से नाराज होना...!! "नाराज" वो होते है जिनको अपने आप पर "गुरुर"होता है. Gaurav kumar: हम तो कब से अपनी जान हथेली पे लिये घूम रहे हैं,, कमबख्त कोई लेता ही नही... Gaurav kumar: कितना मुश्किल है मोहब्बत की कहानी लिखना,जैसे पानी पे पानी से पानी लिखना.. Gaurav kumar: मासूमियत तुझमे है पर तू इतनी मासूम भी नहीं, की मैं तेरे कब्जे में हूँ और तुझे मालूम भी नहीं...!!! Gaurav kumar: मुझे ख़बर नहीं जन्नत बड़ी कि माँ, लेकिन बुज़ुर्ग कहते हैं जन्नत बशर के नीचे है Gaurav kumar: मोहब्बत में जीने वाले खुशनसीब हैं... मोहब्बत में मरने वाले भी अजीब हैं... अजीब है हमारी दास्तान जान –ए – मन.. फासलों पर रहते हैं ल