Pati+patni
*COUPLE'S *
Always *Respect*, *Care n Love*
This *Relationship* this is a *Beautiful Gift* Given By *God*
*पति-पत्नी...*
एक बनाया गया *रिश्ता*, पहले कभी एक दूसरे को *देखा* भी नहीं था, अब सारी *जिंदगी* एक दूसरे के साथ, पहले *अपरिचित*, फिर धीरे धीरे होता *परिचय*,धीरे-धीरे होने वाला *स्पर्श*, फिर *नोकझोंक*... *झगड़े*, बोलचाल *बंद*, कभी *जिद*, कभी *अहम का भाव*..........
फिर धीरे धीरे बनती जाती *प्रेम पुष्पों* की *माला* ,
फिर *एकजीवता*, *तृप्तता*, वैवाहिक जीवन को *परिपक्व* होने में *समय* लगता है
धीरे धीरे जीवन में *स्वाद और मिठास* आती है, ठीक वैसे ही जैसे *अचार* जैसे जैसे *पुराना* होता जाता है, उसका *स्वाद* बढ़ता जाता है.......
*पति पत्नी* एक दूसरे को अच्छी प्रकार *जानने समझने* लगते हैं, *वृक्ष* बढ़ता जाता है, * *बेलें फूटती* जातीं हैं, *फूल*आते हैं, *फल* आते हैं, रिश्ता और *मजबूत* होता जाता है, धीरे-धीरे बिना एक दूसरे के *अच्छा* ही नहीं लगता,
*उम्र* बढ़ती जाती है, दोनों एक दूसरे पर अधिक *आश्रित* होते जाते हैं, एक दूसरे के बगैर *खालीपन* महसूस होने लगता है,
फिर धीरे-धीरे मन में एक *भय का निर्माण* होने लगता है,
"ये चली गईं तो मैं कैसे जिऊँगा"........??
"ये चले गए तो मैं कैसे जीऊँगी"..........??
अपने मन में *घुमड़ते इन सवालों* के बीच जैसे, खुद का *स्वतंत्र अस्तित्व* दोनों भूल जाते हैं,
कैसा अनोखा *रिश्ता* कौन कहाँ का, एक बनाया गया रिश्ता
*"पति-पत्नी"*
"Happy couples"
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