Dil se..>>



"तुझे सोचने में ये दिन गया
तुझे मांगने में ये शब गयी
तेरी जीस्त से मैं विदा हुआ 

मेरी ज़िन्दगी से तू कब गयी
मेरे दिल की खाली सराय में
किसी शाम कोई जो रुक गया
मुझे बारहा ये भरम हुआ
कि तू अब गयी कि तू अब गयी..

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