Dil se..>>



हमने क्या सोचा था की ऐसे भी पल आयेंगे
हाथो में थे जो हाथ वो एक पल में हे छूट जायेंगे
कुछ चन्द सिक्को की वजह से मेरे अपने भी पराये हो जायेंगे 

पेडो की शाखों पर बेठे पंछी जरा सी हवा से पत्तो की तरह उड़ जायेंगे//

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