Dil se..>>



ये शहर तेरे मेरे सपनो का आशियाना है ..
इन राहो से चल के मुझे तुझ तक आना है ..
मत इलज़ाम दो अपनी नाकामी का इसे ..
ये तो हर भटके हुऐ मुसाफ़िर का ठिकाना है//

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