Khatti+mithi

Gaurav Garv..
अलफ़ाजो की बयानगी बता रही आपकी कि....
ज़िन्दगी में दर्द और मोहब्बत का तज़ुर्बा अच्छा है.....

Gaurav Garv..
काश कभी ऐसा हो कि ..
तुम, मैं और वक्त कहीं एक साथ मिलें ..
और तीनों एक दूसरे से ..
दूर जाना ही भूल जाएं  !!

Gaurav Garv..
लोग चाहकर भी नही पड़ना चाहते,      हमारी मोहब्बत में ,
कहते है तुम दिल में नही ,         रूह में समां जाते हो ........!!!!!!

Gaurav Garv..
जिसकी कॊई गारंटी नहीँ उसका नाम हैं जिंदगी 
जिसकी गारंटी हैं उसका नाम हैं मौत।।

Gaurav Garv..
हर एक लकीर, एक तजुर्बा है जनाब,
झुर्रियां चेहरों पर, यूँ ही आया नही करती !

Gaurav Garv..
तू कहे तो तोड दूँ हर
रस्मों- रिवाज दुनिया की...
पर मेरा चेहरा तेरी आँखों में
-------नजर आये तो सही....

Gaurav Garv..
औरो की तरह हम नही लिखते है
डायरियां..!!
बस याद उसकी आती है और बन
जाती है शायरियाँ..!!

Gaurav Garv..
तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है
इस बात को सब से छुपाना भी इश्क़ है
यूँ तो रातों को नींद नही आती
पर रातों को सो कर भी जाग जाना इश्क़ है.

Gaurav Garv..
कोहराम मचा रखा है.. दिसंबर की सर्द हवाओं
ने..!!..
और एक तेरे दिल का मौसम है..
जो बदलने का नाम ही नही लेता..!!

Gaurav Garv..
गुमसुम:जो दिल कमजोंर हो तो...जरा संभलकर निकाला करों कदम घर से बाहर...बड़े मांहिर हैं...इसे तोड़ने मैं जमांने वाले...

Gaurav Garv..
दोस्ती सिर्फ पास होने का नाम नही..
अगर तुम दूर रहकर भी हमें याद करो..
इससे बड़ा हमारे लिए कोई इनाम नही..

Gaurav Garv..
शर्त लगी थी "दुनिया" की तमाम ख़ुशीयों को एक लब्ज़ मे लिखने की....
वो किताबे ढुँढते रह गये
मैंने "एडमिन" लिख दिया...!!!

Gaurav Garv..
वो बोली अब तो लड़ाई झगडे छोड़ दो तुम्हे मेरी कसम....
इतनी देर में दोस्त का फ़ोन आया बोला....
भाई जल्दी आजा झगडे हो गए तुझे
भाभी की कसम....

Gaurav Garv..
मेरी ‪ classmates ‬बोली की तुम इतने भी खुबसुरत नहीँ......
मैने कहा‪  _Baby‬ खुबसुरत तो लडकीया होती हेँ....
‪‎_Hum‬ तो खूंखार ही Achhe लगते हे... ‎

Gaurav Garv..
मन खुश है....तो एक बूँद भी बरसात है.....दुखी मन के आगे....समंदर की भी क्या औकात है...।

Gaurav Garv..
हम तोह जौहरी है दिलो के
बस खोट मुझे पसन्द नही...
दिल पत्थर का हो ठीक है
पर चोट मुझे पसंद नही.।


Gaurav Garv..
मैंने तो बाँहों में लिया था बस एक लम्हें के लिये....
क्या खबर थी की रग रग में समां जाओगे तुम.....

Gaurav Garv..
छूप छूप कर तेरी सारी तस्वीरें देखता हूँ,
बेशक तू खूबसूरत आज भी है,

पर चेहरे पर वो मुस्कान नही जो मै चोदते वक्त लाया करता था...

Gaurav Garv..
Sapne Ki Tarha Tujhe Saja Ke Rakhon
Chandni Raat Ki Nazron Se Chupa Ke Rakhon
Meri Taqdeer Mere Saath Nahin
Warna Zindagi Bhar Tujhe Apna Bana Ke Rakhon …!!!

Gaurav Garv..
इकट्ठा कर लिये हथियार जितने लडने वालों ने !
जमा करते जो इतने फूल तो सारा शहर महक उठता !

Gaurav Garv..
कल न हम होँगे न कोई गिला होगा,
सिर्फ सिमटी हुई यादोँ का सिलसिला होगा,
जो लम्हेँ है चलो हँस कर बिताईये,
जाने कल जिन्दगी का क्या फैसला होगा।

Gaurav Garv..
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर,
तुझपर ज़रा भी ज़ोर होता मेरा,
ना रोते हम यूँ तेरे लिये..
अगर हमारी ज़िन्दगी में तेरे सिवा कोई ओर होता..

Gaurav Garv..
मुहब्बत करनी है तो रूह से करो...
.
चेहरे से शुरू हुई मुहब्बत अक्सर बिस्तर पर खत्म हो
जाती है!!!!

Gaurav Garv..
एक बात बताओ?
मेरे सब्र का इम्तिहान ले रहे
हो
या हकीकत में मेरी याद  नही आती..

Gaurav Garv..
अस्थियाँ बिखरने से पहले   जीवन में
"आस्था " पैदा कर लेना ,
              और "चिता" जलने से पहले अपनी 'चेतना' को जगा लेना
बस जीवन सार्थक हो जायेगा !!!!

Gaurav Garv..
छू जाते हो तुम मुझे हर रोज एक नया ख्वाब बनकर..,
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे करीब नहीं..

Gaurav Garv..
अंदाज़ ऐ मोहब्बत है बड़ा नटखट सा उन का
बांहों में गिर कर कहते हैं सम्भालो हम को....

Gaurav Garv..
""वफ़ा"" सीखनी है तो "मौत" से सीखो जो
एक बार "अपना" "बना" ले तो फिर "किसी"
और का होने नही देती।

Gaurav Garv..
आज कल अल्फाजों से नाजाने क्यू मेरी दूरी है
क्यू प्यार मेरे जिंदगी की सबसे बड़ी मज़बूरी है

Gaurav Garv..
लिखने को तो हम आधा इश्क़ लिख दें..क्योंकि तुम बिन
पूरा सम्भव नहीं होगा...

Gaurav Garv..
मुझसे मत पूछो कि
क्यों आंखे झुका ली मैंने..!!
तेरी तस्वीर थी इन आँखों में
वो तुझसे छुपा ली मैंने..!!

Gaurav Garv..
बड़ा फर्क है तेरी और मेरी मोहब्बत में...,
तू परखती रही..
और हमने ज़िंदगी यकीन में गुजार दी...

Gaurav Garv..
जिस तरह से पेड़ काटे जा रहे हैं,
वो दिन ज्यादा दूर नही
जब ‘हरियाली’ के नाम पर सिर्फ‘
लड़कियां’ रह जायेगीं !!!!

Gaurav Garv..
जख्म ही देना था तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था ,
कम्बख्त ने जब भी वार किया दिल पर ही किया.

Gaurav Garv..
मैने अपने अंदर के...
रावण को मार दिया......
मेघनाथ को भी मार दिया....
पर कुम्भकरण बच गया......
कम्बख्त सुबह जल्दी उठने नहीं देता....

Gaurav Garv..
वो लोग क्यों मिलते ही उतर आतें हैं दिल में..
जिनसे हमारे किस्मत के सितारे नहीं मिलतें...!

Gaurav Garv..
अपनी रोशनी की बुलंदी पर कभी न इतराना मेरे दोस्त,...!!!
"चिराग़ सब के बुझते है, हवा किसी की नही होती...!!!

Gaurav Garv..
छुरे चलने लगते है खुन खोलने लगता है दिमाग घुमने  लगता है.
जब शादी के कई साल बाद भी ससुराल वाले कहते  है.
"हमारी बेटी तो गाय है गाय..."

Gaurav Garv..
पता नही लोग # औकात से बाहर कैसे निकल जाते है
# मुझसे तो # बिस्तर से बाहर नही निकला जाता


Gaurav Garv..
कर ली ना तसल्ली तुमने दिल तोड कर मेरा,मैने कहा भी था कुछ नही है इसमे तुम्हारे सिवा...

Gaurav Garv..
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे;
खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे;
अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो;
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।

Gaurav Garv..
मुस्कुराहट तुम्हीसे मिलती हे
दर्द को राहत तुम्हीसे मिलती हे
#जो_तुम_रूठ_जाते_हो
तो जिंदगी खफा सी लगती हे....

Gaurav Garv..
पत्नी रात कोआसमान के तारों    की  तरफ देखते हुए (अपने पति से),
"बताओ जी, वो कौन सी चीज़ है, जो तुम रोज़ देख तो सकते हो पर तोड़ नहीं सकते???
पति : नहीं मैं नहीं बताऊँगा!!
पत्नी : बताओ ना प्लीज़!!
पति : तेरा मुँह..!!!

Gaurav Garv..
इस दुनियाँ में सब कुछ बिकता है, फिर जुदाई ही रिश्वत क्युँ नही लेती?
मरता नहीं है कोई किसी से जुदा होकर, बस यादें ही हैं जो जीने नहीं देती..

Gaurav Garv..
याद किसी को करना ये बात नहीं जताने की! दिल पे चोट देना आदत है ज़माने की! हम आपको बिल्कुल नहीं याद करते!
क्योकि याद किसी को करना निशानी है भूल जाने की!

Gaurav Garv..
हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है!
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है!
सब कुछ है यहाँ बस तू नही..
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती..

Gaurav Garv..
किसी सज्जन ने बहुत सुंदर पंक्तियाँ लिखी है... -
रहता हूँ किराये की काया में...
रोज़ सांसों को बेच कर किराया चूकाता हूँ....
मेरी औकात है बस मिट्टी
जितनी...
बात मैं महल मिनारों की कर जाता हूँ...
जल जायेगी ये मेरी काया एक दिन...
फिर भी इसकी खूबसूरती
पर इतराता हूँ...
मुझे पता है मैं खुद के सहारे श्मशान तक भी ना जा सकूँगा....
इसीलिए जमाने में दोस्त बनाता हूँ ..

Gaurav Garv..
जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा,
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, यारों
जो जलेगा, उसी दिये में तो उजाला होगा…।

Gaurav Garv..
आदमी ही आदमी को छल रहा है,
ये क्रम आज से नही, बरसों से चल रहा है
रोज चौराहे पर होता है ” सीताहरण ”
जबकि मुद्दतों से ‘रावण’ जल रहा है…!!

Gaurav Garv .
तेरी सूरत से किसी की नहीं मिलती सूरत हम जहाँ में तिरी तस्वीर लिए फिरते हैं

Gaurav Garv..
अपना हाल होता जो विसाल-ए-यार होता कभी जान सदक़े होती कभी दिल निसार होता

Gaurav Garv..
खाली हाथ जब घर लौट कर जाता हूँ मैं मुस्करा देते हैं बच्चे और मर जाता हूँ मैं

Gaurav Garv..
वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते!
खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते!
मर गए पर खुली रखी आँखें!
इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते!

Gaurav Garv..
प्यास बुझानी है तो उड़ जा पंछी शहर की सरहदों से दूर, यहाँ तो तेरे हिस्से का पानी भी प्लास्टिक की बोतलों में बंद है..

Gaurav Garv..
जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!
जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है!

Gaurav Garv..
जहाँ खामोश फिजा थी, साया भी न था;
हमसा कोई किस जुर्म में आया भी न था!
न जाने क्यों छिनी गई हमसे हंसी;
हमने तो किसी का दिल दुखाया भी न था!

Gaurav Garv..
गम हो या हो ख़ुशी हर गुलिस्ता महकाया करते हैं, मुस्कुराने की आदत है और मुस्कुराया करते है..

Gaurav Garv..
मेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊँगा;
तेरा वादा तो नहीं हूँ जो बदल जाऊँगा;
मुझको समझाओ न मेरी जिंदगी के असूल;
एक दिन मैं खुद ही ठोकर खा के संभल जाऊँगा।

Gaurav Garv..
मेरी रातों की राहत, दिन के इत्मिनान ले जाना;
तुम्हारे काम आ जायेगा, यह सामान ले जाना;
तुम्हारे बाद क्या रखना अना से वास्ता कोई;
तुम अपने साथ मेरा उम्र भर का मान ले जाना;
शिकस्ता के कुछ रेज़े पड़े हैं फर्श पर, चुन लो;
अगर तुम जोड़ सको तो यह गुलदान ले जाना;
तुम्हें ऐसे तो खाली हाथ रुखसत कर नहीं सकते;
पुरानी दोस्ती है, की कुछ पहचान ले जाना;
इरादा कर लिया है तुमने गर सचमुच बिछड़ने का;
तो फिर अपने यह सारे वादा-ओ-पैमान ले जाना;
अगर थोड़ी बहुत है, शायरी से उनको दिलचस्पी;
तो उनके सामने मेरा यह दीवान ले जाना।..

Gaurav Garv..
हमने सोचा कि सिर्फ हम ही उन्हें चाहते हैं;
मगर उनके चाहने वालों का तो काफ़िला निकला;
मैंने सोचा कि शिकायत करू खुदा से;
मगर वह भी उनके चाहने वालों में निकला!

Gaurav Garv..
एक उम्र है जो तेरे बगैर गुज़ारनी है
और एक लम्हा भी तेरे बगैर गुज़रता नही

Gaurav Garv..
माना की सबकुछ पा लुगा ज़िंदगी मै मगर,
वो तेरे मेहदी लगे हाथ मेरे ना हो सके

Gaurav Garv..
ज़िंदगी हमारी यूँ ही सितम हो गयी
खुशी ना जाने कहाँ दफ़न हो गयी
लिखी खुदा ने मोहब्बत सबकी तक़दीर में
हमारी बारी आई तो सियाही ही ख़त्म हो गयी.

Gaurav Garv..
ये कैसा है एहसास,
   तू ही तू है दिल के पास,
   नींद है की आती नहीं..
  और बढ़ती जाती है प्यास!!!

Gaurav Garv..
महफूज़ हूँ मैं आप के जो दिल में रहता हूँ...!
वरना न जाने किस गली में गुम गया होता...

Gaurav Garv..
यह तेरा ईम्तेहा है जिस से तुझे गुज़रना है
देखना यह है ज़ोर-ए-बर्दाश्त कितना है

Gaurav Garv..
होगा सुर्ख-रू तेरा इंतेज़ार, सबर बन कर
क्योकी खोने के बाद ही कुछ मिलता है.

Gaurav Garv..
अपनी तन्हाई की पलकें भिगो लू पहले,
फिर ग़ज़ल तुझ पे लिखूं, बैठ के रो लू पहले.

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