Khatti+mithi
Garv:
dushman agar patthar se mare to use phul dena chahiye!mgr wo phul uski kbr pr hona chahiye ...
Garv:
"अगर दे तु हमको अपने हुस्न की तारीफ का एक मोका कसम से.,
पुरी महफिल को तैरा दिवाना ना कर दुँ तो लानत है मैरी शायरी पर.."😎😎😎😎
Garv:
Waqt lagega par samhal jauga..! Thokar se
gira hu apni nazro se nahi..!!
Garv:
# मोबाइल में घण्टे घण्टे भर म्यूजिक सुनने में भी वो
मज़ा
नही आता
जो क्लास के बेंच पर खुद # तबला बजाते हुए गाना गाने में आता
था.....
Garv:
तु Bike की बात कर रही है
पगली ,,,
"हमारे गाँव वाले तो ,,,
भैसं पर भी लङकियाँ पटा लेतेे है ।
Garv:
जब भी वो उदास हो उसे मेरी कहानी सुना
देना,
मेरे हालात पर हंसना उसकी पुरानी आदत है.!!
Garv:
🍃 🍂 🍁
इबादत के जरिए दिल को साफ रखना,
जिस्म और रूह को गुनाहो से पाक रखना...
मेरी एक छोटी सी इल्तिजा है आपसे,
हद से ज्यादा गुनहगार हूं दुआ में याद रखना...!!!
Garv:
मैं तुझसे अपने लिए कुछ नही मांग रहा या रब....
बस मेरी माँ को सेहरी में उठने में तकलीफ होती है.
उसे एक अच्छी सी बहु अता फरमा।
Gaurav:
मोहब्बत करने से फुरसत नहीं मिली यारो..
वरना हम करके बताते नफरत किसको कहते है...!!
poisson💔🍸🐉🍻💉
Garv:
सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
.
जितना एक बार महबूब के गले लग कर मिलता है....!!
Garv:
अंदर कोई झांके तो टुकड़ो में मिलूंगा...
यह हँसता हुआ चेहरा तो ज़माने के लिए है.!!
Garv:
रेत की जरूरत रेगिस्तान को होती है,
सितारों की जरूरत आसमान को होती है,
आप हमें भूल न जाना, क्योंकी
दोस्त की जरूरत हर इंसान को होती है.......
Garv:
वादा" किया था, आज रात उन्होंने मेरे
"ख्वाबों" में आने का,
मेरी "बदकिस्मती" तो देखिये,
"ख़ुशी" के मारे नींद ही नहीं आ रही..!!!!!!
Gaurav:
"फरेबी" भी हूँ,
जिद्दी भी हूँ,और पत्थर दिल भी हूँ,!
.
.
मासूमियत खो दी है मैंने,
............... वफा करते करते..!!
Garv:
अब जो रूठे तो हार जाओगे सनम,
हम मनाने का हुनर भूल बैठे हैं...!
Garv:
खामोश चहरे पर हजारों पहरे होते है '
हँसती आँखों में भी जख्म गहरे होते है '
जिनसे अक्सर रूठ जाते है हम '
असल में उनसे ही रिश्ते ज्यादा गहरे होते है ..............................,,,,
Garv:
अब जो रूठे तो हार जाओगे सनम,
हम मनाने का हुनर भूल बैठे हैं...!
Garv:
यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने. कि इल्जाम झूठे भले हैं पर लगाये तो तुमने हैं !!
Garv:
टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता है..क्यों के उसे टूटने का दर्द मालूम होता है!!!
Garv:
सोचो हम नहीं होते तो तुम्हारी गालो को गुलाब कौन कहतासोचो हम नहीं होते तो तुम पर इतने अच्छी शायरी कौन करता.है
Garv:
हो सके तो अब के कोई सौदा न करना; मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ..!
Garv:
मेरा होकर भी गैर की जागीर लगता है,दिल भी साला मसला-ऐ-कश्मीर लगता है..
Garv:
सब कुछ बदला बदला था जब बरसो
बाद मिले...
हाथ भी न थाम सका वो इतने
पराये से लगे...!
Garv:
Dekh पगली ये मत समझ की तेरे काबिल🙆 नही है हम😎, तडप रही है वो💆 अब भी जिसे हासील नही है
Garv:
इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया ए-ज़िन्दगी, चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया ।
Garv:
किसी को हद से ज़्यादा प्यार न करना ज़माने में... गुज़र जाती है पूरी उम्र ज़ालिम को भुलाने में...
Garv:
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
.
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!!
Garv:
सोचो हम नहीं होते तो तुम्हारी गालो को गुलाब कौन कहतासोचो हम नहीं होते तो तुम पर इतने अच्छी शायरी कौन करता.है
Garv:
जख्म देकर ना पूछा करो दर्द की शिद्दत
दर्द तो दर्द है थोडा क्या और ज्यादा क्या ?
Garv:
हर फैसले होते नहीं,सिक्के उछाल कर..यह दिल के मामले है....जरा संभल कर!!
Garv:
lafz aap do geet hum banayenge......
.....manzil aap pao rasta hum banayenge
......... khush aap raho khushiya hum
dilayenge ......... aap bas dost bane rho
dosti hum nibhayenge
Garv:
उम्र कैद की तरह होते हे कुछ रिश्ते ,, जहा जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नही!!!
Garv:
सुना है आप तकदीर देखने का हुनर रखते हो...???
मेरा हाथ देख कर बताना कि पहले आप आओगे या मौत...!!!
Garv:
हद से बढ जायें ताल्लुक तो गम मिलते हैं ..!
हम इसी बास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हैं..!!
Garv:
सीधा साधा दीखता हूँ.. अब रोल बदल दूंगा, जिसदिन जिद में आ गया माहौल बदल दूंगा..!!
Garv:
Main Tere Aane Ka Intejar Karunga
Tu Jaha Jaigi Main Tere Sath Rahunga
Tu Jab Mujhe Yad Karegi Mai Tere Paas Aaunga
Ye Dosti Mai Marte Dum Tak Nibhata Rahunga
Aur Na Nibha Saka To Main
Tere Hath Kisi Aur Ke Hath Me Dekar Jaunga…
Garv:
प्रेम से रहो दोस्तों जरा सी बात पे रूठा नहीं
करते.....
पत्ते वहीं सुन्दर दिखते हैं जो साख से टूटा नहीं
करते...
Garv:
बहुत ही नाज़ से चूमा उसने
मरते वक्त मेरे लबों को ...
कहने लगीं कि आखिरी सफ़र है
कहीं प्यास ना लग जाये..
Garv:
मेरे अलावा किसी और को अपना महबूब बना कर देख ले..
तेरी हर धड़कन कहेगी उसकी वफ़ा मैं कुछ और बात थी..
Garv:
कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने, मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये...!!!
Garv:
Shareef The Hum Itne,
Ki Kabhi Shirt Ke Button Na Khole The Humne;
Par Yeh Bijli Walon Ne Saala Mujhe Salman Aur Meri Saheli Ko Sunny Leone Bana Diya!
Garv:
दहलीज तेरे घर की पार करना मुनासिब नहीं हम बाहर ही अपनी हद में रह कर इंतजार करेंगे तेरा 💔
Garv:
रोज़ एक नया दर्द, रोज़ एक नयी तकलीफ़...
क़त्ल होगी किसी दिन मेरे हाथो ये मोहब्बत!!!😕
Garv
अपनी नाराज़गी की कोई वजह बताई होती...हम जमाने को छोड देते एक तुजे मनाने के लिए....,।।
Garv
"याद नहीं वो रूठा था...या मैं रूठा था..., साथ हमारा बस जरा सी बात पे छूटा था...।”"👈
Garv:
मेरे अलावा किसी और को अपना महबूब बना कर देख ले..
तेरी हर धड़कन कहेगी उसकी वफ़ा मैं कुछ और बात थी.
Garv:
खुद में झाँकने के लिए जिगर चाहिये
दूसरों की शिनाख्त में तो हर शख्स माहिर है......................,,,
Garv:
चल छोड सब झगडे एक वादा कर....
मेरे जनाजे पर एक कंधा तेरा होगा...
Garv:
हाथ मे बस एक 'बासुँरी' कि कमी है....वरना, गोपिया हमने भी कई 'फसाई' है.
Garv:
दिमाग पर जोर लगाकर गिनते हो गलतियां मेरी..
कभी दिल पर हाथ रखकर पूछना कसूर किसका था...
Garv:
मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना.. जरा से भी चुके तो महोब्बत हो जायेगी..
Garv:
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम..!
Garv:
रोज़ एक नया दर्द, रोज़ एक नयी तकलीफ़...
क़त्ल होगी किसी दिन मेरे हाथो ये मोहब्बत!!!
Garv:-
♞♞ नाम_बदनाम होने की चिंता छोड़ दी हम ने. .अब जब जब गुनाह होंगे चारो तरफ अपने ही नाम के चर्चे होंगे....♞♞
Garv:
अपनी औकात मे रहे ए वक्त……..याद रख-तेरे साथ साथ..”मै” भी बदलूंगा…।।।
Gaurav kumar:
न जख्म भरे,..
न शराब सहारा हुई...
न वो वापस लौटी न मोहब्बत दोबारा हुई.
Garv:
चलो आज करते हैं शेर-ओ- शायरी का मुक़ाबला ..
तुम ले आओ मीर, ग़ालिब, फ़राज़ की किताबें ..
😘 मै सर्फने महबूब की तारीफ करूँगा 😍
Garv:
हैरान कर दिया, उसने आंसुओं की वजह पूछकर..,
जो शख्स कभी मुझको, मुझसे ज्यादा जानता था...
_____# vk 😢💔
Garv:
जनाब मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की , हम आईना ज़मीं पर रखकर आसमां कुचल दिया करते है ।
Garv:
Mitti se phir mitti par aur phir mitti me....
.
.
Aukaat e insaan ye hai to phir gharoor kaisa!!
Garv:
वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं! जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते !
Garv:
"कैसे करू 'मुकदमा' उस पर उसकी बेवफाई का,
कमबख्त ये दिल भी उसका 'वकील'
निकला।
Garv:-:
वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे!
दुनिया में हम खुश नसीब होंगे!
दूर से जब इतना याद करते है आपको!
क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?
Garv:: -
मैं तेरे नसीब की बारिस नहीं जो तुज पे बरस जाऊ।। तुझे तक़दीर बदल नि होगी मुझे पाने के लिए ।
: Garv:-
औकात की बात मत कर #ऐ_दोस्त ... लोग तेरी #बंदूक से ज्यादा मेरी #आंखो से डरते है...
Verygood
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