Dard bhare shayri
Gaurav Kumar:
कभी सोचा भी है तुने, की एक मग़रूर
सा लड़का
न जाने क्यूँ तेरे हर हुक्म
की तामील करता है..!
Gaurav Kumar:
खून अभी वो ही है
ना ही शोक बदले ना ही जूनून,
सून लो फिर से,
रियासते गयी है रूतबा नही,
रौब ओर खोफ आज भी वही हें |
Gaurav Kumar:
आज़ाद परिंदा बनने का मज़ा ही कुछ और है,
अपने शर्तो पे ज़िन्दगी जीने का नशा ही कुछ और हैं।. . """"
Gaurav kumar:
बादशाह की गली मेँ आकर बादशाह का पता नही पूंछते.
यारा.
गुलामों के जुके हुए सीर खुदबखुद रास्ता बता देते हैं!
Gaurav Kumar:
वक्त आने दो. ...घोडा भी दीखाऊंगा निशाना भी लगाऊंगा ट्रिगर भी दबाऊंगा और ईस कमिनी चीझ पर राज भी करुंगा जिसे कहते है ''दुनिया''...
Gaurav Kumar:
कहते है कि प्यार में नींद उड़ जाती है…
कोई हमसे भी करले …
कम्बक्त नींद बहोत आती हे !
Gaurav kumar:
बादशाह नहीं बाजीगर से पहचानते है लोग ,,
“……क्यूकी…….”
हम रानियो के सामने झुका नहीं करते….!!
Gaurav Kumar:
कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूं, मै वो शख़्स
नही....
वो शायर हुँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है..,
Gaurav Kumar:
हिसाब अपनी मोहब्बत का मै क्या दूँ?
तुम अपनी हिचकियो को बस गिनते रहना...!! l
Gaurav Kumar:
इरादा कत्ल का था तो सर कलम कर देते तलवार से....
क्यूं ईश्क मे डाल कर हर सांस पर मौत लिख दी..
Gaurav Kumar:
मेरे दोस्त बस कर, मेरे दिल पे और बोज़ न दाल , मेरा दिल पहले से ही दिल का मरीज़ है
Gaurav kumar:
♡ख्वाहिश नहीं मुझे मशहुर होने की..आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी हैं।♡
Gaurav Kumar:
मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ
ऐ
खुदा,
.
.
किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे,जो मौत तक वफा करे....!!
Gaurav kumar:
वो लाख तुझे मानती होगी,,,
ऐ-मेरे खुदा मगर तू सिर्फ इतना याद रख,,,
वो मंदिर भी जाती है,,,
तो सिर्फ मेरी गलियो से गुजरने के लिए...
Gaurav kumar:
कागज़ की कश्ती से पार जाने की ना सोच;
चलते हुए तुफानो को हाथ में लाने की ना सोच;
दुनिया बड़ी बेदर्द है, इस से खिलवाड़ ना कर;
जहाँ तक मुनासिब हो, दिल बचाने की सोच।
Gaurav kumar:
रोज़ एक नया दर्द, रोज़ एक नयी तकलीफ़...
क़त्ल होगी किसी दिन मेरे हाथो ये मोहब्बत!!!😕
Gaurav Kumar:
अब जो रूठे तो हार जाओगे सनम,
हम मनाने का हुनर भूल बैठे हैं...!
Gaurav Kumar:
वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे!
दुनिया में हम खुश नसीब होंगे!
दूर से जब इतना याद करते है आपको!
क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?
Gaurav kumar:
कहानियाँ कुछ यूँ भी अधूरी रह जाती हैं..
कभी पन्ने कम पड़ जाते हैं, कभी स्याही सुख जाती है..
Gaurav kumar:
Na Haath Thaam Sake Na Pakad Sake Daaman,
Behad Hi Kareeb Se Guzar kar bichhar Gaya Koi..!!!
Gaurav Kumar:
दूर चले गये तेरी दुनिया से और तुझे अलविदा भी ना कह सके...
तेरी सादगी भी इतनी हसीन थी के तुझे बेवफा भी ना कह सके...
Gaurav Kumar:
Dil kehta hai ek baar aur pooch le,
shayad mijaz badal gya ho............
Varna dard to mout se bhi jyada hota hai, tere muh se 'naah' sun kar
Gaurav kumar:
Alyas ko to Pyar Ke Do Pal Bhi Naseeb Na Huwe...!!! Aur Badnam to Aise Huwe Jaise Ke IsHQ Ke Badshaah Hi The...!!!😜
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