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Showing posts from November, 2015

Khatti+mithi

Gaurav Kumar तेरी मोहब्बत भी किराये के घर की तरह थी,कितना भी सजाया पर मेरी नहीं हुई .. Gaurav Kumar: हम नफरत के काबिल थे तो नफरत से ही मार देते...!! क्यों अपनी महफ़िल में बुलाकर प्यार से कह दिया कौन हो तुम.. G...